हिंदी भाषा का महत्व

        हिंदी की पुस्तकें पढ़ने के प्रति देश के सभी नागरिक इच्छा व्यक्त करते हैं. परन्तु अच्छी पुस्तकें कम दाम में प्राप्त करना भी एक अभिलाषा है। हिंदी भाषा से देश के सभी नागरिकों को प्रेम है। और देश में सबसे अधिक समाचार पत्र - पत्रिकाएं एवं पुस्तकें हिंदी भाषा की ही खरीदी जाती हैं एवं पढ़ी जाती हैं।  ऐसा भी सुनने को मिलता है कि अंग्रेज़ी भाषा का वर्चस्व होने के कारण हिंदी भाषा दबकर रह गयी है।  ऐसा नहीं है।
  
          दिन - प्रतिदिन शिक्षण संस्थानों में पढ़ाई का माध्यम अंग्रेज़ी भाषा बनती जा रही है। नौकरी के लिए भी अंग्रेज़ी भाषा में कंप्यूटर की ट्रेनिंग महत्व रखती है। कुछ सरकारी कार्यालयों, राजदूतावासों, पाँच सितारा होटलों, अदालतों का कार्य अंग्रेज़ी भाषा में होने के कारण प्रमुखता से इस भाषा को प्राथमिकता दी गयी है। परन्तु रिश्तेदारी में, बाज़ारों में, खरीददारी में, व्यापार करने में तथा आम बोलचाल में हिंदी का ही बोलबाला है। यहाँ तक कि जब तक आप को हिंदी भाषा में भाषण देना नहीं आता तब तक आप नेताजी भी नहीं बन सकते।

 - अभिव्यक्ति पुस्तक से 
साहित्यकार लक्ष्मण राव